Maharashtra Politics: अजित पवार और शरद पवार के एक साथ आने को लेकर जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि शरद गुट के नेता जान देना पसंद करेंगे लेकिन पार्टी के साथ गद्दारी नहीं करेंगे। Ajit Pawar-Sharad Pawar News: महाराष्ट्र की राजनीति में ‘चाचा-भतीजे’ के एकजुट होने की अटकलों ने माहौल गरम कर दिया है। चाचा-भतीजे यानी शरद पवार और अजित पवार के साथ आने की अटकलें तब तेज हुईं, जब अजित पवार की मां आशा पवार ने अपने पूरे परिवार के साथ एकजुट होने की इच्छा जाहिर की। इस बीच कयास लगने लगे कि विभाजित एनसीपी एक बार फिर ‘अविभाजित’ एनसीपी बन सकती है।
आगामी महा नगर पालिका चुनाव से पहले एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि क्या शरद पवार और अजित पवार एक साथ आकर चुनाव लड़ेंगे? चुनाव की तैयारियों के लिए शरद पवार गुट की बैठक 8 और 9 जनवरी को होगी। मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों के साथ चर्चा होगी और चुनाव की तैयारियां तेज की जाएंगी।
वहीं, महाराष्ट्र चुनाव परिणाम के कुछ ही समय बाद अजित पवार गुट के नेता प्रफुल पटेल ने यह कहा था कि शरद और अजित पवार एक साथ आ सकते हैं। हालांकि, अब एनसीपी-एसपी के नेता जितेंद्र आव्हाड ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कुछ नहीं होगा।
‘जान देना पसंद करेंगे, गद्दारी नहीं करेंगे’
शरद पवार की एनसीपी-एसपी के नेता जितेंद्र आव्हाड ने यह साफ कर दिया है कि चाचा-भतीजे एकजुट नहीं होने वाले हैं। जितेंद्र आव्हाड ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, “हमारे जैसे कार्यकर्ता जान देना पसंद करेंगे, लेकिन किसी के साथ गद्दारी नहीं करेंगे। हमारी पार्टी को विभाजित किया गया और हमारा चुनाव चिह्न भी छीना गया। पवार साहब (शरद पवार) ने कहा कि हम कहीं नहीं जाएंगे। अब हमारे सांसदों को अपने पाले में लाने की कोशिश हो रही है, लेकिन सभी सांसद शरद पवार के साथ हैं। कोई कहीं नहीं जाएगा।”
रोहित पवार ने भी की पुष्टि
शरद पवार के पोते और एनसीपी-एसपी विधायक रोहित पवार ने कहा कि यदि अजित दादा और शरद साहेब चाहें, तो वे एकजुट हो सकते हैं, लेकिन मुझे यह नहीं पता कि वे ऐसा चाहते हैं या नहीं। वहीं, रोहित पवार ने दावा किया कि शरद गुट के कई सांसदों से सत्ता पक्ष के नेताओं ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी भी सांसद ने उनकी बात का जवाब नहीं दिया।